व्यक्ति के पूरे जीवन की खुशी ओर दुख एक ऐसे कंफर्ट जोन में कैद है, जो न तो किसी दीवार में कैद है ओर न ही किसी ताले में है, यह कही न कही आपके मन से ही बनाई हुई है, यह एक ऐसे दीवार है, जिसे व्यक्ति खुद अपनी सोच से बनाता है, जिसे हम डर कहते है, अगर वास्तविकता से कहे तो डर जैसी कोई चीज व्यक्ति के जीवन में होती ही नहीं है, लेकिन फिर भी इसकी वजह से व्यक्ति अपने जीवन में दुखों को जन्म देता है, इसलिए आपको यह पता होना चाहिए, कि डर भय और चिंता से बाहर कैसे निकले, जिससे आप अपने अच्छे जीवन का निर्माण कर पाए,
डर भय आपके मन से बनाई हुई एक ऐसी अदृश्य शक्ति है, जिसका व्यक्ति के जीवन में कोई मोल नहीं है, लेकिन फिर भी इससे व्यक्ति अपने जीवन को खराब कर लेता है, क्योंकि यह आपको आपके किसी भी काम को रोकने के लिए हर समय मजबूर करता है, ओर वो आपको यह यकीन दिलवाता है, ताकि आप अपने काम को नहीं कर पाए, ओर न चाहते हुए भी व्यक्ति इससे हार जाता है, ओर कभी भी कोई कदम नहीं उठा पाता है, इसी बात को अच्छे से समझने के लिए आज हम कुछ पॉइंट्स के माध्यम से यह अच्छे से समझने वाले है, की डर भय और चिंता से बाहर कैसे निकले, ताकि आप इस पे विजेता हासिल कर पाए, तो आहिये शुरू करते है।

1. फेल होने से न डरे:-
कोई भी व्यक्ति तब नहीं हारता जब वो प्रयास करता है, लेकिन वो उस प्रयास में कामयाब नहीं हो पाता ओर हार जाता है, वो व्यक्ति उस समय हार जाता है, जब वो प्रयास ही नहीं करता है, ओर अपने दिमाग में विचारों के माध्यम से यह सोचने लग जाता है, कि जब वो यह काम करेगा, तब वो हार जायेगा, कहने का मतलब यह है, कि बिना उस काम को किए अपने मन ही मन में डर बैठाने लग जाते हो,
कि अगर वो यह काम करेगा, तो फेल हो जाएगा, ओर फेल होने के डर से न तो वो उस काम को सही से कर पाते है, ओर न ही अपने विश्वास को उस काम को करने के लिए बढ़ा पाते हो, ऐसा करने से न सिर्फ आप अपने अन्दर कॉन्फिडेंस को कम करते हो, बल्कि इससे आपके मन में डर अंदर तक बैठा जाता है, जो कही न कही उस व्यक्ति को अंदर से खोखला ओर कमजोर कर देता है, अगर वही एक असल जिंदगी में देखे तो डर भय चिंता ऐसी कोई चीज व्यक्ति के जीवन में होती ही नहीं है, बस यह सब कुछ शब्द है,
जिसका कोई मोल नहीं है, इसी प्रकार से एक बात को हमेशा ध्यान रखना की कोई भी काम बिना प्रयास के कभी भी उस काम में फेल होने के बारे में न सोचे और इससे कभी भी अपने कदम पीछे न हटाए, ओर खूब मेहनत कीजिए ताकि आप अपने काम को अच्छे से कर पाए, इसके अलावा एक बात का हमेशा ध्यान रखना की हर डर भय और चिंता इसका अगर कोई व्यक्ति व्यक्ति डट कर सामना करे, तो बस कुछ ही पल में आपके मन से यह परेशानी कुछ ही मिनट में गायब हो जाएगी।
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2. डर जैसा कुछ भी नहीं होता है:-
अगर आप इस बात को नोटिस करे कि डर नाम की कोई चीज व्यक्ति के जीवन में होती भी है, या नहीं तो आप उस जगह पाएंगे कि नहीं क्योंकि जिस डर को लोगो ने सच मान कर के अपने जीवन के सब दुख दर्द उसके नाम कर दिया है, जिसका वास्तविकता में देखे तो उसका कोई भी मोल व्यक्ति के जीवन में होता तक नहीं है, ओर यह डर इतना ताकतवर होता है, जिसको अगर आपने सच मानकर के उसके कहे अनुसार उस मार्ग में चलने लग गए तो यह डर आपकी जिंदगी बर्बाद कर के छोड़ देगा, क्योंकि इसी डर ने कई बड़े से बड़े धुरंधर व्यक्तियों के जीवन को भी खत्म कर दिया है,
एक डर व्यक्ति को तभी आता है, जब उसके मन में कुछ ऐसी बाते आ जाती है, जिससे उसको यह महसूस होने लग जाता है, अगर वो इस काम को करेंगे तो वो उस काम में फैल हो जाएंगे, या फिर वो जहां कही भी जा रहे है, वहां उनको काफी खतरा है, इसके अलावा अगर वो अपने काम को सही से नहीं कर पाए तो आगे जाकर समाज को क्या मुंह दिखाएंगे आदि, कहने का यह मतलब है, कि जिस काम को करने का आपने अभी तक प्रयास शुरू ही नहीं किया उस काम को करने से पहले आपको हार जाने का डर सता रहा है,
अगर वही वास्तविकता देखे तो ऐसा कुछ होता ही नहीं है यह सब आपके मन में बनाए हुए कुछ विचार है, जिसका व्यक्ति ने डर का नाम दे दिया है, जिसका असल लाइफ में कुछ वजूद ही नहीं होता है, इसलिए अपने डर से डरकर कभी पीछे न हटे और जिस काम को करने से आपको डर लगता है, उस काम को बार बार कीजिए, आप देखेंगे की ऐसा करने पर आपके चेहरे पर अलग ही खुशी दिखेगी, इसलिए डर की वजह से अपने सपनों को न तोड़े, ओर बिना सोचे समझे कभी भी अपना फैसला न मोड़े क्योंकि इससे आपकी जिंदगी खराब हो सकती है, डर भय चिंता से छुटकारा पाने का सबसे आसान रास्ता है, की उसका डट कर के सामना करे।
3. अपने ऊपर अटूट विश्वास रखे:-
आपका विश्वास ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है, जिस पे कभी आंच न आने दे ऐसा क्यों क्योंकि जब किसी व्यक्ति को अपने ऊपर यह पूरा विश्वास होता है, कि वो किसी भी काम को बिना डर ओर चिंता के आसानी से पूरा कर सकता है, तो उस व्यक्ति के जीवन में डर भय चिंता जैसे शब्दों की कोई आवश्यकता ही नहीं होती है, वो व्यक्ति अपने जीवन के सारे सपनों को बढ़े ही जी जान से पूरा करते है, क्योंकि डर भय चिंता उसी व्यक्ति के दिमाग में आयेगा जो व्यक्ति अपने मन से कमजोर होगा,
जिसका कही न कही अपने ऊपर विश्वास कम होगा, ऐसे व्यक्तियों के साथ थोड़ा बहुत भी कुछ गलत हुआ उसी जगह डर उसके दिमाग में पकड़ बना लेगा, जिससे आपका आत्मविश्वास डाउन हो जाएगा, इसलिए अगर आप चाहते है, की इस डर ओर भय का व्यक्ति के जीवन से हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाए, तो यह सब तभी मुमकिन होगा, जब आपको दूसरों से ज्यादा अपने ऊपर विश्वास हो, क्योंकि चाय कैसी भी परिस्थिति आ जाए, अगर आपको अपने ऊपर विश्वास है, तो आप बिना डरे कोई भी काम बड़े ही आसानी के साथ कर सकते है, इसलिए इस बात का ध्यान रखे।
समापन:-
आज हमने इस पोस्ट में कुछ पॉइंट्स के माध्यम से यह अच्छे से समझा की डर भय और चिंता से बाहर कैसे निकले, इसलिए जितने भी पॉइंट्स आपको इस पोस्ट में बताए गए है, उनमें से हर एक प्वाइंट को आप अच्छे से पढ़िए ओर उसको अपने जीवन में उतारने का प्रयास करे, ताकि इस डर की वजह से आप अपने जीवन को गलत दिशा की तरफ न ले जा पाए, बाकी अगर आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई भी सवाल या सुझाव आता है, तो उसे कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर शेयर करें।
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