व्यक्ति का दिमाग एक ऐसी चीज है, जिससे वो जैसा चाए वैसा काम अपने दिमाग से करवा सकता है, लेकिन यह तभी मुमकिन है, जब आप अपने दिमाग को अपने हिसाब से चला पाओ, इसलिए हर किसी को यह जरूर सीखना चाहिए, की अपने दिमाग को कैसे चेंज करे,
पूरे दिन मे जैसा आप सोचते है, जैसे माहोल मे आप रहते है, वैसे ही आपका दिमाग बन जाता है, जिससे आपका हर काम भी वैसे ही होता है, जैसा आप सोचते है,
इसलिए अगर आप चाहते है, की अपने दिमाग को मे कैसे चेंज करू, जिससे वो मेरे हिसाब से चल पाए, तो आज हम कुछ पॉइंट्स के माध्यम से इसी के ऊपर बात करने वाले है, तो आहिए शुरू करते है।
1. अपने आप को पहचाने-
अपने दिमाग को चेंज करने का सबसे पहला कदम यही है, की आप सबसे पहले अपने आप को पहचाने, की आप कोन है, आपके अन्दर क्या-क्या अच्छा ईया है, और क्या-क्या बुराईयां जब आप इन चीजों को पहचान लेते हो, तो आपके लिए आसान हो जाता है,
अपने दिमाग के उपर करने के लिए, क्योंकि आपका दिमाग आपकी सोच के हिसाब से काम करता है, जैसा आप सोचोगे वैसे ही आपका दिमाग काम करेगा, और उसी प्रकार से आपकी आदतों का निर्माण होता है,
जब आप अपने आप को परखते हो, और समझते हो की आपके अंदर क्या चीज अच्छी है, और क्या चीज़े बुरी तो आप उन चीज़ों के उपर काम कर पाते हो, जिससे आपके लिए आसान हो जाता है, अपने दिमाग के उपर काम करने के लिए, और आप केवल उन्हीं चीज़ों के उपर काम करते हो, जो आपके दिमाग के लिए ठीक है।
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2. किसी से भी शर्माना छोड़ दीजिए-
कई बार ऐसा होता है, जब आप लोगो से बात करते हो, तो आप शर्मा ने लग जाते हो, जिससे आप जो बात बोलना चाहते हो, उसको आप पूरा नहीं बोल पाते है, जब आप जरूरत से ज्यादा शर्मा ते हो तो यह आपके लिए काफी नुकसान दायक है,
इससे आप अपने कांफिडेंस को डाउन करते हो, जिससे आप अपनी बात को खुलकर लोगो के सामने नही बोल पाते हो, ऐसा करने से आपके दिमाग के उपर काफी बुरा असर पड़ता है, इसलिए आप चाए जहा कही पर भी जाए वहा पर खुल कर बोलिए और अपनी बात को हर व्यक्ति के सामने अच्छे से रखिए, और यह मत सोचिए की लोग क्या सोचेंगे,
लोगो को जो सोचना है, वो सोचते रहेंगे, आप बस पार्टियों में जाहिये इंजॉय कीजिए लोगो से बाते कीजिए, अपने जीवन का आनंद लीजिए, जब आप हमेशा खुश रहते है, अपने जीवन में आनंद लेते है, किसी से भी बात करते वक्त शर्माते नही है, तो इससे आपके दिमाग के उपर बहुत अच्छा प्रभाव पढ़ता है, जिससे आपका दिमाग चाए जैसा भी हो उसको आप अपने हिसाब से बदलने में सहायक होते हो।
3. किसी से भी झूठ मत बोलिए –
आपने कभी ना कभी एक बात तो सुनी होगी ना की जैसा हम बोलते है, सोचते है वैसे ही हम बन जाते है, ओर आज कल के लोगो के अंदर एक आदत तो सबसे कॉमन होती है, और वो आदत है, झूठ बोलने की आदत है, यह आदत हर किसी के जीवन का एक हिस्सा बन गया है,
जब भी आपको कोई भी बात बोलनी हो तो आप सामने वाले से उस बात को छुपाने के लिए झूठ बोलते है, और उस झूठ को छुपाने के लिए आपको 100 झूठ और बोलने पढ़ते है, यह बात आपको लगती तो बहुत छोटी है, लेकिन इसका आपके दिमाग के उपर बहुत बुरा असर पढ़ता है,
और आपका दिमाग बिल्कुल वैसे ही काम करता है, जैसा आप सोचते हो, इसलिए इस चीज़ को बदलने के लिए आप अपने अंदर और अपनी बातो के अंदर सच्चाई को लेकर आइए, जब आप सच बोलते है, तो उसके कई फायदे है,
सबसे पहला फायदा की इससे आपके दिमाग को एक पॉजिटिव संदेश जाएगा, और इससे आपके बातो के अंदर लोगो को विश्वास होगा, जब आप सच बोलते हो, तो आपका दिमाग भी आपके बातो के हिसाब से काम करेगा,
जब आपके व्यवहार में और आपकी बातो मे सच्चाई होगी तो चाहकर भी आपका दिमाग आपके विपरीत दिशा में काम नही करेगा, और जैसा आप सोचोगे वैसे आपका दिमाग काम करेगा।
4. कब कहा पर कितना बोलना है इसका पूरा ध्यान रखना है-
दुनिया में काफी ऐसे लोग है, जो इस चीज़ का बिल्कुल भी ध्यान नही देते है, की कब कहा पर कितना बोलना है, इसमें काफी लोग ऐसे भी होते है, जो जरूरत से ज्यादा बोलते है, और कुछ लोग ऐसे भी होते है, उनको चाए आप जीतना भी बोल दो वो आपसे बात तक नहीं करेंगे,
यह दोनो चीज़े आपके लिए काफी नुकसान दायक है, अब आपको लग रहा होगा, की अपने दिमाग को चेंज करने के लिए बोलने वाली बात कहा से आ गई, इसको भी अच्छे से समझते है, जब आप जरूरत से ज्यादा बोलते हो तो इससे आपके दिमाग के उपर बहुत प्रेसर पढ़ता है,
जिससे आप किसी भी विचार को अच्छे से थिंक नही कर पाते हो और वही जब आप बिल्कुल भी कम बोलते हो तो इससे आपकी दिमाग की नस्से कम काम करती है, जिससे आपको नए-नए विचारो को सोचने में काफी मुस्किले आती है,
इसलिए ज्यादा नही जब आपको लगे की इस जगह आपको बोलना जरूरी है, वहा पर बोलिए इससे क्या होगा की दिमाग का निरंतर प्रवाह चालू रहेगा, जो आपके दिमाग के लिए काफी लाभदायक है,
जिससे आप नए-नए विचारों को अच्छे से सोच पाओगे, और इससे आपकी सोच हमेशा सकारात्मक रहती है, इसलिए अगर आप अपने दिमाग को चेंज करना चाहते है, तो आप इस चीज़ का विशेष ध्यान रखिए की कब कहा पर कितना बोलना चाहिए।
समापन-
आज हमने इस पोस्ट मे कुछ पॉइंट्स के माध्यम से अच्छे से समझा की अपने दिमाग को कैसे चेंज करे, इसलिए जीतने भी पॉइंट्स आपको इस पोस्ट मे बताए गए है, उनको आप अच्छे से पढिए, ओर उसको अपने जीवन मे उतारने का प्रयास कीजिए,
हालांकि यह इतना भी आसान नहीं है, जितना आप सोच रहे है, लेकिन आपके लगातार प्रयास से आप इसको भी आसानी से बदल पाओगे, बाकी अगर आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके मन मे किसी भी प्रकार का कोई भी सवाल रहता है, तो उसको कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से जरूर शेयर करे।
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