परीक्षा नजदीक आते ही छात्र घबराहट, तनाव और समय की कमी जैसे कई समस्याओं से घिर जाते हैं, ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह होता है – “अब इतने कम समय में क्या करें?” परीक्षा के अंतिम दिनो मे तैयारी कैसे करे, यह आपको पता होना बहुत जरूरी है,
क्योंकि यह वह समय होता है जब हर मिनट कीमती होता है, इसलिए, इन आखिरी दिनों में रणनीतिक तैयारी ही आपको सफल बना सकती है।
इसलिए इस पोस्ट में हम अच्छे से इस बात को विस्तार से जानेंगे कि परीक्षा के अंतिम दिनो मे तैयारी कैसे करे, जिसे समय का सर्वोत्तम उपयोग हो सके, और बिना घबराए आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करें, इन सारी बातों को अच्छे से जानेंगे तो आहिए शुरू करते है।

1. मानसिक स्थिति को शांत और स्थिर बनाएं
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि परीक्षा सिर्फ ज्ञान का नहीं, मनोबल का भी इम्तिहान होती है, अगर आप मानसिक रूप से स्थिर हैं, तभी आप अपने ज्ञान का सही इस्तेमाल कर पाएंगे।
क्या करें:
- रोज़ सुबह 10 मिनट ध्यान करें, गहरी सांस लें।
- खुद से कहें: “मैं तैयार हूँ, मैं इसे कर सकता हूँ।”
- सोशल मीडिया, बेवजह की बातों और नकारात्मक सोच से दूरी बनाएं।
मानसिक स्पष्टता और आत्म-विश्वास से आप हर विषय को आसानी से दोहरा सकते हैं।
2. एक स्पष्ट रिवीजन प्लान बनाएं
परीक्षा के आखिरी दिनों में पढ़ाई के लिए एक मजबूत और व्यावहारिक योजना बेहद आवश्यक है, याद रखें, यह समय नए चैप्टर शुरू करने का नहीं, बल्कि दोहराव का होता है।
कैसे बनाएं:
- पूरे दिन मे से 4-6 घंटे का रिवीजन समय तय करें।
- कठिन विषय को सुबह, ओर सरल विषय को दोपहर मे या शाम में रखें।
- हर एक विषय के लिए 1-2 दिन का समय सीमा निर्धारित करें।
उदाहरण योजना:
दिन | विषय | समय |
---|---|---|
दिन 1 | गणित (अवधारणाएं और सूत्र) | सुबह 3 घंटे |
दिन 2 | विज्ञान (प्राकृतिक विज्ञान) | दोपहर 2 घंटे |
दिन 3 | इतिहास | शाम 1 घंटे |
3. प्रमुख विषयों और टॉपिक्स को प्राथमिकता दें
आज के टाइम मे अब पूरा सिलेबस पढ़ना संभव नहीं होता है, इसलिए यह जरूरी है कि आप सिर्फ उन्हीं टॉपिक्स पर ध्यान दें जो आपके लिए सबसे मुस्किल है:
- बार-बार पूछे गए हैं
- आपके लिए मुश्किल रहे हैं
- ज्यादा अंक दिलाने वाले हैं
कैसे चुनें:
- पिछले 5 वर्षों के प्रश्नपत्रों को देखें
- किताब में हाइलाइटेड या अध्यापक द्वारा बताए गए मुख्य बिंदुओं को पढ़ें
स्मार्ट तैयारी, पूरी तैयारी से कहीं बेहतर होती है।
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4. छोटे नोट्स और माइंड मैप्स से करें रिवीजन
अब मोटी किताबें पढ़ने का समय नहीं है, आखिरी दिनों में काम आते हैं, अपने बनाए गए शॉर्ट नोट्स और माइंड मैप्स।
कैसे बनाएं:
- हर चैप्टर का सारांश एक पेज में लिखें
- महत्वपूर्ण तिथियाँ, सूत्र, परिभाषाएँ, एक लाइन में लिखें
- रंगीन पेन, चार्ट और डायग्राम से रिवीजन को रोचक बनाएं
“कम शब्दों में ज्यादा ज्ञान” – यही अंतिम दिनों की कुंजी है।
5. मॉक टेस्ट और पुराने प्रश्न पत्र हल करें
परीक्षा में समय प्रबंधन और प्रश्नों की प्रकृति को समझने के लिए मॉक टेस्ट बेहद जरूरी होते हैं।
इसके लिए क्या करें:
- हर दिन कम से कम 1 मॉक टेस्ट या पुराना पेपर हल करें
- एक टाईमर लगाएं और परीक्षा जैसा माहौल बनाएं
- बाद में उत्तर मिलान करें और गलतियों को ठीक करें
इससे आपको परीक्षा की वास्तविक स्थिति का अंदाज़ा हो जाता है।
6. Active Recall तकनीक अपनाएं
सिर्फ पढ़ना काफी नहीं होता है, जानकारी को दोहराना और खुद से पूछना याददाश्त को मजबूत करता है।
Active Recall:
- पढ़ने के बाद कुछ समय के लिए किताब बंद करें और खुद से पूछें – “मैंने आज क्या सीखा?”
Spaced Repetition:
- पहली बार पढ़ने के बाद उसी टॉपिक को अगले दिन और फिर 3 दिन बाद दोहराएं
इस वैज्ञानिक पद्धति से जानकारी लंबे समय तक याद रहती है।

7. नींद, आहार और जल का ध्यान रखें
तनाव में छात्र सबसे बड़ी गलती यही करते हैं कि नींद और भोजन को नजरअंदाज़ कर देते हैं, जो सीधे दिमाग की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।
क्या करें:
- हर दिन रात को कम से कम 6–7 घंटे की पर्याप्त नींद लें
- हल्का, सुपाच्य और पोषक आहार लें
- हर घंटे एक गिलास पानी पीते रहें
आपका शरीर ही आपकी याददाश्त का एक मजबूत इंजन है, इसलिए इसे थकने न दें।
8. ग्रुप स्टडी से सावधानी बरतें
ग्रुप स्टडी फायदेमंद हो सकती है, लेकिन परीक्षा के आखिरी दिनों में यह उलझन भी पैदा कर सकती है।
सिर्फ तब करें जब:
- सभी साथी गंभीरता से पढ़ते हों
- टॉपिक्स को आपस में समझाने का अभ्यास हो
- समय सीमित हो – जैसे 1–2 घंटे
अन्यथा, अकेले शांत वातावरण में पढ़ना ज़्यादा फायदेमंद है।
9. रिविजन के दौरान लिखकर अभ्यास करें
लिखना, पढ़ने की तुलना में ज्यादा मजबूत याददाश्त बनाता है।
फिर क्या करें:
- गणित या विज्ञान के सवालों को लिखकर हल करें
- इतिहास या राजनीति जैसे विषयों के उत्तरों को पॉइंट बनाकर लिखें
- कठिन परिभाषाओं को बार-बार लिखें
हाथों से निकला ज्ञान कभी दिमाग से नहीं जाता।
10. खुद पर विश्वास बनाए रखें
अंतिम दिनों में नकारात्मक सोच आपको पीछे धकेल सकती है, इसलिए जरूरी है कि आप अपने अंदर सकारात्मकता भरें।
कैसे करें:
- हर दिन खुद से कहें – “मैं तैयार हूँ”, “मुझे यह विषय आता है”
- असफलता के डर को हटाकर सफलता की कल्पना करें
- मंच पर स्वयं को जवाब देते, लिखते और प्रश्नों को हल करते हुए सोचें
आत्म-बातचीत से आप अपने दिमाग को सकारात्मक संकेत देते हैं।
11. पिछले वर्षों के पेपर का विश्लेषण करें
हर विषय में कुछ ऐसे सवाल होते हैं जो बार-बार पूछे जाते हैं, इन्हें पहचानना और तैयार करना सबसे सरल सफलता का मार्ग है।
कैसे करें:
- हर पेपर में विषय अनुसार बार-बार पूछे गए प्रश्नों को चिन्हित करें
- ऐसे प्रश्नों को पहले रिवाइज करें
- फिर उनके संभावित विस्तार भी तैयार रखें
यह तरीका समय बचाता है और टारगेटेड तैयारी कराता है।
12. अपनी गति को पहचानें
आखिरी समय में यह स्वीकार करना आवश्यक है कि आप सारा पाठ्यक्रम कवर नहीं कर पाएंगे, इसलिए जितना भी पढ़ें, उसे पूरे आत्मविश्वास से तैयार करें।
स्मार्ट स्ट्रैटजी:
- अगर 10 चैप्टर हैं, और समय 5 दिन का है, तो 6 महत्वपूर्ण टॉपिक पूरे आत्मविश्वास से तैयार करें
- बाकी के लिए बुनियादी समझ विकसित करें
गहराई से 60% पढ़ना, सतही तौर पर 100% से बेहतर होता है।
13. तकनीकी सहायता लें – यूट्यूब/ऑनलाइन रिवीजन वीडियोज़
अगर कोई विषय कठिन लग रहा हो, तो आज के डिजिटल समय में ऑनलाइन संसाधनों की मदद लें।
कैसे करें:
- विषय से संबंधित 5–10 मिनट के वीडियो देखें
- शॉर्ट ट्रिक्स, याद रखने की तकनीकें और उदाहरण को नोट करें
- ज़्यादा समय न बिताएं – सिर्फ ताज़ा करने के लिए देखें
याद रखें, ऑनलाइन स्टडी में भी टाइम की लिमिट रखें।
14. परीक्षा के 24 घंटे पहले रिविजन और आराम का संतुलन रखें
परीक्षा के एक दिन पहले दिमाग को ज्यादा जानकारी से न भरें, यह समय मानसिक स्थिरता बनाए रखने का होता है।
क्या करें:
- शॉर्ट नोट्स और फ्लैश कार्ड्स का रिविजन करें
- नया कुछ न पढ़ें
- हल्का खाना खाएं, समय से सोएं और सुबह जल्दी उठें
सही तैयारी तभी फल देती है जब उसे संयम और धैर्य के साथ किया जाए।
निष्कर्ष
परीक्षा के अंतिम दिनों में सफलता उन्हीं को मिलती है जो घबराहट से नहीं, तैयारी से जूझते हैं, याद रखें, ये अंतिम दिन आपके पूरे साल की मेहनत का परिणाम तय करते हैं।
इसलिए:
“पढ़िए गहराई से, दोहराइए रणनीति से, और भरोसा रखिए खुद पर – सफलता अवश्य मिलेगी।”