अपना दिमाग कैसे काम करता है:- आपके पास जो आपका दिमाग है, उसका उपयोग करना आपको सीखना चाहिए, दिमाग के दो पहलू होते है, अवचेतन मन ओर दूसरा चेतन मन आप अपने आदत ओर अभ्यास के अनुसार जो कुछ भी सोचते है, वो आपके अवचेतन मन मे जाके बस जाता है,
ओर आपकी सोच के अनुसार वो आपके दिमाग की रचना करता है, अगर आप अच्छा सोचेंगे तो आपके साथ अच्छा होगा, ओर अगर आप बुरा सोचेंगे तो आपके साथ बुरा होगा, इसी प्रकार से आपका दिमाग काम करता है,
आपको याद रखने योग्य एक बात जरूरी है, की अगर आपका अवचेतन मन एक बार आपके विचार को स्वीकार कर लेता है, तो फिर उसके हिसाब से आपके विचारों पर काम करना शुरू कर देता है, फिर चाए आपके विचार अच्छे हो या बुरे आपको उसके हिसाब से परिणाम मिलने शुरू हो जाते है,
जब आप अपने दिमाग मे नकारात्मक विचार सोचते हो तो यह आपके पराजय, हताशा ओर दुख का कारण बन जाता है, यही अगर आप अच्छा सोचते हो तो आपको आपके परिणाम भी अच्छे मिलेंगे, इसलिए सकारात्मक सोच रखने के लिए मानसिक शांति ओर स्वस्थ शरीर का होना बहुत जरूरी है,
जिससे कि आप जिस चीज की मानसिक रुप से चाहत रखोगे, आपका अवचेतन मन उसे स्वीकार कर आपके अनुभव को साकार करता है, मनोवेज्ञानिक ओर मनोचिकत्सक भी इस तथ्य की ओर इशारा करते है, की जो विचार आप अपने अवचेतन मन को देते है, उसी प्रकार से आपका दिमाग काम करता है।
चेतन ओर अवचेतन मन मे अंतर-
इस बात का आप ध्यान रखिए की अवचेतन मन ओर चेतन मन दोनों अलग-अलग दिमाग नहीं है, बल्कि यह एक ही दिमाग के दो कार्यक्षेत्र है, आपका चेतन मन यह दिमाग की वो अवस्था है, जो आपके तर्क का चयन करता है, उदाहरण के लिए जैसे आपका मोबाईल, घर, बुक्स, अपना जीवन साथी आदि जिसको आप चुनते है, यह सब निर्णय आप अपनी जागृत अवस्था मे अपने चेतन मन से लेते है,
बल्कि आपका अवचेतन मन आपके विचारों को स्वीकार करता है, ओर जिस विचार पर आप अपनी समझ के अनुसार विश्वास करते है, उसके अनुसार काम करता है, लेकिन इस बात का आप ध्यान रखिए की आपका अवचेतन मन इस बात को सिद्ध करने मे नहीं लगा रहता है, की आपके कोन से विचार अच्छे है, या बुरे, यह आपके विचारों ओर सुझावों के अनुसार उनके उपर प्रतिक्रिया देता है,
उदाहरण के लिए जैसे कोई व्यक्ति है, जो आपको कोई बात बता रहा है, लेकिन आपको पता है, की वो जो बात बता रहा है, वो बात झूठी है, लेकिन फिर भी आपने उसकी बात को सचा समझ लिया है, चाए वो बात झूठी ही क्यों ना हो, फिर आपका अवचेतन दिमाग उस बात को सच साबित करने के ऊपर काम करना शुरू कर देगा ओर आपको उस प्रकार के परिणाम देना शुरू कर देगा, क्योंकि आपने अपनी चेतना मे इस बात को सत्य समझा था।
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मनोचिकत्सको द्वारा किए गए प्रयोग-
मनोचिकत्सक ओर कई वेज्ञानिको ने एक साथ मिलकर कई बार व्यक्ति के दिमाग के ऊपर प्रयोग किए उससे यह बात साबित हुई है, की आपका चेतन मन किसी भी चीज का चुनाव करने मे सक्षम होता है,
बल्कि आपके अवचेतन दिमाग मे यह शक्ति नहीं होती है, वो किसी भी चीज की तुलना करने मे असक्षम होता है, अवचेतन मन के पक्ष को उन्होंने कई बार दिखाया की यह किसी भी सुझाव को स्वीकार कर लेता है, चाए वो सुझाव गलत ही क्यू ना हो, एक बार अगर इसने किसी सुझाव को मान लिया तो यह उसके अनुसार प्रतिक्रिया देना शुरू कर देता है,
आपका दिमाग लगभग आपके अवचेतन मन मे जो सुझाव होते है, उसके अनुसार काम करता है, फिर उन सुझावों को सही साबित करने के लिए वो उन सुझावों को आपके चेतन मन मे ट्रांसफर करता है, फिर उसके अनुसार आपको परिणाम मिलते है, इसलिए अपने सुझावों को अच्छा रखिए जिससे आप अपने केरयर मे हर मुकाम हासिल कर सके।
अवचेतन दिमाग चेतन दिमाग के भांति तर्क नहीं कर सकता-
अवचेतन दिमाग किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं कर सकता, यदि आप इसे गलत सुझाव भी दोगे तो ये इसे सत्य के भांति स्वीकार करेगा ओर उस पर काम करने लग जाएगा, वह सब चीज़े जो आपके पास है, या रोजाना आपके साथ होती है, वह सब आपके अवचेतन दिमाग मे बेठे विश्वास के कारण होती है,
यदि आप गलत विचारों को अपने दिमाग मे डालते है, तो उसके ऊपर विजय पाने का सही तरीका है, अच्छे विचारों को बार-बार दोहराए, जिसे आपका अवचेतन दिमाग उसे स्वीकार कर सके, ताकि अच्छे विचारों से आप अपने जीवन को बढ़िया बना सके, क्योंकि अवचेतन दिमाग आपके विचारों ओर आदतों का स्थान है।
सुझावों की विशाल शक्ति-
अब तक आपको समझ मे आ ही गया होगा, आपका चेतन दिमाग द्वार का प्रहरी है, ओर इसका मुख्य कार्य आपके अवचेतन दिमाग को असत्य तथ्यों से बचाना है, जैसा की आप अभी जान ही गए होंगे कि आपका अवचेतन दिमाग किसी भी विचार की कोई तुलना नहीं करता है, ओर ना ही कुछ विपरीत सोचता अथवा तर्क देता है,
यह अपने लिए कुछ नहीं सोचता है, सोचने की प्रक्रिया आपका चेतन दिमाग करता है, अवचेतन दिमाग को अपने सुझावों की शक्ति से बदला जा सकता है, इस बात को मे आपको एक उदाहरण से समझाता हु, जैसे आपको एक सफल सेल्स मेन बनना है, लेकिन आपको इस काम की कोई भी जानकारी नहीं है, लेकिन अगर आप हर दिन अपने दिमाग को अच्छे सुझाव देते हो,
तो आपको एक सफल सेल्समेन बनने से कोई नहीं रोक सकता, जैसे मे एक सफल सेल्स मेन हु, सेल्स का काम सबसे अच्छा काम है, मुझे बेचना पसंद है, मुझे अपने काम से बहुत लगाव है, मे इस दुनिया का सबसे बढ़िया सेल्स मेन हु आदि,
जब तक आप एक सफल सेल्समेन नहीं बन जाते तब तक अगर आप इन सुझावों को रोजाना दोहराते रहते तो फिर देखिए आपका अवचेतन दिमाग इन सुझावों के ऊपर प्रतिक्रिया देना शुरू कर देगा, जिससे आपके अंदर एक सफल सेल्समेन बनने के गुण आते रहेंगे केवल आप अपने सुझावों की शक्ति से आप अपने दिमाग से जो चाए वो काम आप करवा सकते है।
विशेषताओ की समीक्षा-
- अच्छा सोचेगे तो अच्छा होगा, बुरा सोचेंगे तो बुरा होगा, आप वही है, जैसा आप दिन भर मे सोचते है।
- आपका अवचेतन दिमाग आपसे किसी भी प्रकार का कोई भी विवाद नहीं करता है, यह जो कुछ आपका चेतन दिमाग निर्णय लेता है, उसको स्वीकार करता है, यदि आप अपने आप को कहते है, की यह काम मे नहीं कर सकता, तो यह वाक्य सच हो सकता है, लेकिन आप अपने आपको ऐसे वाक्य मत बोलिए, हमेशा अच्छे वाक्य बोलने का निर्णय लीजिए, ओर अपने दिमाग को बोलिए की मे यह काम कर सकता हु, जिससे वो वाक्य सच हो जाएगा।
- आप मे चुनने की शक्ति है, तो अपने लिए अच्छा सोचिए, खुशिया चुने, अच्छा भविष्य चुने, अच्छा स्वास्थय चुने, अच्छे दोस्तों को, अच्छी लाइफ स्टायल को चुनिये जिससे आपके जीवन मे सब कुछ अच्छा हो सके, एक अदभुक्त व्यक्तित्व विकसित करने का यह एक उत्कृष्ठ तरीका है।
- आपका चेतन दिमाग द्वार का प्रहरी है, इसका मुख्य काम यही होता है, की आपके अवचेतन दिमाग को झूठी छाप से बचाता है, इस विश्वास को चुनिये की आपके जीवन मे हमेशा सब कुछ अच्छा ही होता है, ओर आगे भी अच्छा ही होगा, अच्छी चीज़े चुननां यह आपके दिमाग की सबसे बड़ी शक्ति है।
- दूसरों के सुझाव ओर कथन आपको किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं दे सकते, आपके अपने विचार ही आपकी ताकत ओर कमजोरी है, इसलिए हमेशा अपने आप को अच्छे सुझाव देते रहिए, जिससे आपका दिमाग आपके अच्छे सुझावों के ऊपर प्रतिक्रिया दे सके, ताकि आप अपनी लाइफ को बढ़िया बना पाए।
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