आज के समय में हमारे दिमाग की सबसे बड़ी चुनौती सिर्फ बाहरी दुनिया से नहीं, बल्कि हमारे अपने बेचैन और अशांत मन से है, हर दिन हम तरह-तरह के विचारों, तनाव, काम की ज़िम्मेदारियों और डिजिटल शोर शराबे से घिरे रहते हैं, ऐसे में अपने दिमाग को शांत रखना एक कला ही नहीं, बल्कि एक आवश्यक जीवन स्किल है, अगर हमारा दिमाग शांत नहीं होता, तो हमारे कई प्रकार के फैसले गलत हो सकते हैं, रिश्तों में तनाव आ सकता है और दिमागी थकान हमारी कार्यक्षमता को नष्ट कर सकती है, इसलिए आपको यह पता होना चाहिए की अपने दिमाग को शांत कैसे रखे, इसलिए
आज हम इस पोस्ट मे कुछ पॉइंट्स के माध्यम से विस्तार से इस बात को समझेंगे की अपने दिमाग को शांत कैसे रखे, तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे गहराई से समझाए गए उपाय, जो आपके मन और दिमाग को शांति की ओर ले जा सकते हैं।

1. गहरी साँस लेने की कला
गहरी साँस लेना एक बेहद ही सरल लेकिन प्रभावशाली अभ्यास है, जब हम बेचैन होते हैं, तो हमारी साँस तेज और छोटी हो जाती है, ऐसे में यदि हम ध्यानपूर्वक धीमी और गहरी साँस लेना शुरू करें, तो हमारा दिमाग तुरंत उस तनाव को पहचानकर शरीर को शांत होने का संकेत देता है।
कैसे करें:
- आँखें बंद करें, पीठ सीधी रखें।
- नाक से गहरी साँस लें (4 सेकंड में), कुछ देर रोकें (2 सेकंड), फिर मुँह से सांस धीरे से छोड़ें (6 सेकंड में)।
- इसे 5 से 10 मिनट तक रोज, दिन में 2 बार करे।
वैज्ञानिक तथ्य: यह प्रक्रिया हमारे दिमाग में मौजूद याम्यग्दल को शांत करती है, जो हमारे भावनात्मक प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार होता है।
2. डिजिटल डिटॉक्स
हम हर दिन औसतन 5–6 घंटे मोबाइल स्क्रीन पर बिताते हैं, खासकर सोशल मीडिया पर लगातार सूचना और कम्पैरिसन से दिमाग थक जाता है,
डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है समय-समय पर मोबाइल, टीवी, लैपटॉप से खुद को अलग करे, ताकि आपके दिमाग को कुछ समय शांत रहने का मोका मिले।
उपाय:
- हर दिन कम से कम 1 घंटा मोबाईल को नो स्क्रीन टाइम रखें।
- नोटिफिकेशन बंद करें और मोबाईल एप्पस को समय अनुसार इस्तेमाल करें।
- सप्ताह में 1 दिन ऑफलाइन संडे मनाएं, जिसमे आप पूरे दिन अपने मोबाईल से दूर रहे।
लाभ: इससे आपके दिमाग को रेस्ट का समय मिलता है और वह रचनात्मक सोच के लिए तैयार होता है।
3. माइंडफुलनेस मेडिटेशन
माइंडफुलनेस मेडिटेशन का मतलब है, अपने हर पल को पूर्ण सजगता से महसूस करना न भूतकाल में उलझना, न भविष्य की चिंता में डूबना।
यह सब कैसे करें:
- एक शांत जगह पर बैठें।
- अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करें, जब भी ध्यान भटके, साँसों पर वापस लाएं।
- प्रतिदिन सिर्फ 10 मिनट से शुरू करें।
लाभ: यह तरीका न केवल आपको दिमागी शांति देता है, बल्कि डीसीजन मैकिंग, क्रेटिविटी और एमोशनल बैलन्स को भी मजबूत करता है।

4. व्यायाम से मन की स्थिरता
जब शरीर चलता है, तो मन भी स्थिर होता है, व्यायाम या योग करने से न केवल शरीर फिट रहता है, बल्कि “डोपामाइन” और “सेरोटोनिन” जैसे रसायन दिमाग में उत्पन्न होते हैं जो आपके दिमागी तनाव को कम करते हैं।
सुझाव:
- सुबह की सैर करें।
- हल्का योग या सूर्य नमस्कार करें।
- डांस, साइकिलिंग या खेलने का शौक रखें।
प्रभाव: रोज़ाना 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि आपके मन को आश्चर्यजनक रूप से शांत करती है।
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5. सोच में परिवर्तन
दिमाग की अशांति का मुख्य कारण हमारी नकारात्मक सोच होती है, जैसे “मैं कमजोर हूँ”, “मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है?”, “मुझसे कुछ नहीं होगा” आदि ऐसे विचार आपके दिमाग को थका देते हैं।
उपाय:
- “मैं असफल नहीं, प्रयासरत हूँ” ऐसे सकारात्मक वाक्यों का प्रयोग करें।
- खुद से सवाल पूछें: “क्या ये विचार सच में तर्कसंगत हैं?”
- आभार प्रकट करने की आदत डालें रोज़ 3 चीज़ों के लिए धन्यवाद कहें।
6. एकांत मे रहने का प्रयास करे
हर किसी को समय-समय पर अकेले रहना चाहिए, लेकिन मोबाइल के बिना, एकांत का मतलब अकेलापन नहीं, बल्कि आत्मनिरीक्षण का अवसर होता है, जिसमे आप एक खुली जगह पर बिना मोबाईल फोन के बीता रहे है, ओर एकांत मे बेठकर के इस प्रकर्ति का आनंद ले रहे है, जिसमे आस पास किसी भी प्रकार की कोई टेंशन नहीं होती ऐसी परिस्थिति मे न सिर्फ आपका दिमाग शांत रहता है, बल्कि आपको अपने आप के अंदर निरीक्षण करने का भी भी मोका मिलता है।
क्या करें:
- शांत वातावरण में कम से कम 20–25 मिनट बैठें।
- कोई आत्म-विश्लेषण करें “मैं क्या चाहता हूँ?”, “मेरे जीवन के उद्देश्य क्या हैं?”
- मन की उथल-पुथल को डायरी में लिखें।
लाभ: इससे आत्म-साक्षात्कार होता है और दिमाग को हल्कापन महसूस होता है।

7. अच्छे संगीत को सुने
संगीत हमारे दिमाग पर गहरा प्रभाव डालता है, जब हम शांत, धीमा और सुखदायक संगीत सुनते हैं, तो दिमाग में रेलेक्सीग वेव्स सक्रिय हो जाती हैं, जो आपके दिमाग को एकदम शांत रखती है, ओर इससे हमे बहुत अच्छा महसूस होता है, जिससे दिमाग को बहुत हल्का महसूस होता है।
सुझाव:
- वाद्य संगीत या प्रकृति यानि नेचर की आवाज़ें (रैन, बर्ड्स, रिवर) जैसी संगीत की धुन सुनें, यह धुन आपके दिमाग को शांत रखती है।
- मोबाइल में कलम या हेडस्पेस जैसे ऐप्स का उपयोग करें।
8. समय का सही उपयोग करे
बार-बार कार्यों को टालना या समय का सही उपयोग न करने से मन पर बहुत गलत दबाव पड़ता है, एक साफ़ दिनचर्या दिमाग को स्पष्टता देती है।
उपाय:
- हर दिन की To-Do List बनाएं।
- एक समय पर एक ही काम पर अपना ध्यान केंद्रित करें।
- महत्त्वपूर्ण कार्य पहले करें।
9. दिमाग की ऊर्जा का स्रोत
कम नींद या अनियमित नींद से दिमाग थक जाता है, जिससे फैसले लेने की क्षमता और भावनात्मक स्थिरता दोनों पर असर पड़ता है, अपनी नींद को पूरा करने से आपके दिमाग को ऊर्जा मिलता है।
सुझाव:
- रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद लें।
- सोने से मोबाईल पहले स्क्रीन का उपयोग न करें।
- नींद के पहले हल्की किताब पढ़ें या अपनी साँसों पर ध्यान रखे।
10. रिश्तों को हल्का रखें
रिश्तों में गलतफहमियाँ, अहंकार, या बात न करने की आदतें भी मन को अशांत करती हैं, अपनी भावनाओं को व्यक्त करना, क्षमा करना और बातचीत बनाए रखना मन की शांति को बनाए रखता है।
समापन
दिमाग को शांत करना कोई एक दिन की प्रक्रिया नहीं है, यह एक अभ्यास है, जिस तरह हम शरीर को व्यायाम से मजबूत बनाते हैं, उसी तरह मन को भी अभ्यास से शांत बनाया जा सकता है, यह पोस्ट उसी दिशा में एक प्रयास है, आपका मार्गदर्शन करने का, आपको भीतर की शांति से जोड़ने का।
अगर आप इन उपायों को प्रतिदिन के जीवन में अपनाते हैं, तो न केवल आपका दिमाग शांत रहेगा, बल्कि आप जीवन की चुनौतियों का सामना भी अधिक सकारात्मकता और सशक्तता से कर सकेंगे।
आपके विचार?
क्या आपने इनमें से कोई ऐसा तरीका आजमाया है? या इनमे से कौन-सी विधि आपके लिए सबसे ज्यादा असरदार रही, कमेंट करके जरूर बताइए,
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