व्यक्ति का दिमाग इतना पावरफुल है, कि अगर कोई व्यक्ति इसका सही तरीके से इस्तेमाल करे, तो वो अपने जीवन में जो चीज चाय वो हासिल कर सकता है, लेकिन आज कल की इस भागदौड़ वाली जिंदगी में व्यक्ति ने अपना दिमाग मानो ऐसा बना लिया है, की वो खुद ही अपने दिमाग का गुलाम बन गया है, ओर वो अपनी लाइफ एक कंफर्ट जोन एरिया में लेकर चला गया है, ऐसा इसलिए होता है, की आप अपने दिमाग की एक्सरसाइज नहीं करते है, ऐसे में आपको यह पता होना चाहिए, की अपने दिमाग की एक्सरसाइज कैसे करें,
यह मानो ऐसा ही है, की अगर आपको अपना जीवन जीने के लिए खाने ओर पानी की जरूरत होती है, वैसे ही आपको अपने दिमाग की पावर का सही इस्तेमाल करने के लिए हर समय आपको दिमाग की एक्सरसाइज करनी पड़ेगी, जिससे आप अपने दिमाग की पावर को बढ़ा पाए, इसलिए आज हम इस पोस्ट में कुछ पॉइंट्स के माध्यम से इसी टॉपिक के ऊपर बात करने वाले है, की अपने दिमाग की एक्सरसाइज कैसे करें, जिससे आप इसकी शक्तियों का सही से इस्तेमाल कर पाए, ताकि आप अपने जीवन को एक कंफर्ट जोन एरिया से बहार निकाल पाए, तो आहिये शुरू करते है।

1. उल्टा पुल्टा:-
यह एक बहुत ही पावरफुल दिमागी एक्सरसाइज है, जो आपके दिमाग को हर समय कुछ न कुछ नए चैलेंज देने में आपकी मदद करता है, यह कैसे होता है, इसको हम कुछ इस प्रकार से समझते है, जैसे हर दिन आप ब्रश करते है, तो इसमें लगभग हर कोई व्यक्ति अपने एक ही हाथ का इस्तेमाल करके ब्रश करते है, चाए वो हाथ लेफ्ट हैंड हो या राइट हैंड जब आप लगातार एक ही हाथ का इस्तेमाल करके ब्रश करते है,
तो वो तरीका आपके दिमाग में छप जाता है, जिससे आपके दिमाग को कुछ नया करने का चैलेंज नहीं मिलता है, ओर न ही इससे आपके दिमाग की एक्सरसाइज होती है, इसलिए आप इस जगह यह जानिए कि अगर आप राइट हैंड से ब्रश करते है, तो कोशिश कीजिए कि आप लेफ्ट हैंड से ब्रश कीजिए, अगर आप लेफ्ट हैंड से ब्रश करते है,
तो उस जगह राइट हैंड का इस्तेमाल कीजिए, यह तरीका न सिर्फ ब्रश करते हुए इस्तेमाल कीजिए, बल्कि हर जगह कीजिए, जैसे कपड़े पहनते वक्त, लिखते वक्त, खाना कहते समय आदि, इस एक्सरसाइज को उल्टा पुल्टा एक्सरसाइज बोलते है, ओर यह एक्सरसाइज आपके दिमाग के लिए बहुत जरूरी है, जिससे आपके दिमाग को हर समय कुछ नया करने को मिलता है, इससे आपके दिमागी पावर बहुत मात्रा में बढ़ती है।
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2. पज़ल्स:-
ऐसे काम या गेम आप खेलिए, जिससे आपको अपने दिमाग का इस्तेमाल करना पढ़े, जैसे चेस हो गया, या काफी ऐसे गेम होते है जिनके लेवल को पार करने के लिए आपको काफी बार अपने दिमाग का इस्तेमाल करना पड़ता है, इसके अलावा काफी ऐसे काम होते है, जिसमें आपको हर समय कुछ न कुछ नए आइडिया को सोचना पड़ता है,
या फिर काफी ऐसे पज़ल्स गेम जिसे खेलने के लिए आपको दिमाग की पावर का इस्तेमाल करना पड़ता है आदि, इसमें कहने का मतलब यह है कि आप ऐसे कामों को कीजिए, जहां पर आपको अपने दिमाग का इस्तेमाल करना पढ़े, जब आप अपने दिमाग को हर समय बीजी रखते हो, कुछ नए नए तरीके सोचने में तो इससे आपके दिमाग की काफी अच्छी एक्सरसाइज होती है, जो आपके सोचने की शक्ति को ओर बढ़ाता है।
3. टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल न करें:-
जब से इस दुनिया में टेक्नोलॉजी आई है, तब से मानो हर कोई लगभग टेक्नोलॉजी पर ही निर्भर हो गया है, वो अपना सारा काम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके ही करते है, माना की टेक्नोलॉजी ने आज के टाइम में हम सब का काम बहुत ही आसान कर दिया है, लेकिन इसकी वजह से व्यक्ति ने अपने दिमाग का इस्तेमाल करना छोड़ दिया है,
जैसे आपने देखा होगा कि अगर व्यक्ति को किसी चीज का कैलकुलेशन करना हो तो वो सीधा कैलकुलेटर का इस्तेमाल करेगा, इसके अलावा जिस चीज को भी आपको याद रखना हो आप सीधा उस बात को अपने मोबाइल फोन में लिखकर सेव कर लेते हो जिससे आपको वो बात याद रखने की जरूरत न पड़े और मोबाइल फोन होने की वजह से आपको न सिर्फ अपने मोबाइल नंबर याद होते है ओर न ही किसी ओर के मोबाइल नंबर याद होते है, आप सीधा उस नंबर को मोबाइल में सेव कर लेते हो, इससे आपको तो लगता है, की टेक्नोलॉजी की मदद से आपका काम आसान हो गया है, आपको कुछ याद रखने की जरूरत नहीं है, लेकिन इससे आप अपने दिमाग की याद रखने की शक्ति को खो रहे है,
पहले के टाइम में जब टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब हर कोई व्यक्ति अपनी किसी भी चीज को याद रखने के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल करते थे, जिससे उनकी मेमोरी बहुत ही स्ट्रॉन्ग होती थी, इसलिए टेक्नोलॉजी पर इतना भी निर्भर मत रहिए, कि वो आपके दिमाग की शक्तियों का इस्तेमाल करना भी आपसे छुड़वा दे, ओर आप इस जगह कोशिश कीजिए,
कि आप अपने छोटे मोटे हिसाब को अपने दिमाग से ही कैलकुलेट करने का प्रयास कीजिए, ओर ज्यादा नहीं अपने आस पास में से कुछ खास लोगों का मोबाइल नंबर याद रखने का प्रयास कीजिए, ओर इस बात का याद रखिए आप जितना ज्यादा अपने दिमाग का इस्तेमाल करते है, उतना ही आपके दिमाग की एक्सरसाइज होती है।
समापन:-
आज हमने इस पोस्ट में कुछ पॉइंट्स के माध्यम से यह अच्छे से समझा की दिमाग की एक्सरसाइज कैसे करें, इसलिए जितने भी पॉइंट्स आपको इस पोस्ट में बताए गए है, उनमें से हर एक पॉइंट्स को अच्छे से पढ़िए, ओर उनको अपने जीवन में उतारने का प्रयास करे, जिससे आप अपने दिमाग की एक्सरसाइज अच्छे से कर पाए,
लेकिन इस बीच आप एक बात का हमेशा ध्यान रखना, कि आप जितना ज्यादा अपने दिमाग का इस्तेमाल करोगे, उसको नए नए चीजें सीखने का मौका दोगे, उतना ही आपके दिमाग की पावर स्ट्रॉन्ग होगी, बाकी अगर आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई भी सवाल या सुझाव आता है तो उसे कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर शेयर करें।
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