इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है आज की तेज़ी से बढ़ती हुई आर्थिक दुनिया में शेयर बाजार एक बेहतरीन अवसर बन चुका है, कई लोग इसमें दीर्घकालिक निवेश करते हैं, तो कई लोग इसमें रोज़ कमाई का साधन ढूंढ़ते हैं, इसी कड़ी में एक नाम सबसे ज्यादा सुनने को मिलता है – Intraday Trading (इंट्राडे ट्रेडिंग)।
पर अक्सर सवाल उठता है:
- इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- इसमें कमाई कैसे होती है?
- क्या इसमें नुकसान भी होता है?
- कौन लोग इसमें सफल होते हैं?
इस पोस्ट में हम इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से देंगे, यदि आप शेयर बाजार में नए हैं या इंट्राडे में कदम रखना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए मार्गदर्शक साबित होगा, तो आहिए शुरू करते है।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
Intraday Trading का अर्थ होता है, एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदना और बेच देना, यानी आपने जिस शेयर को आज खरीदा, उसे आज ही के दिन बेच देना जरूरी होता है, इसमें रातभर शेयर को होल्ड नहीं किया जाता।
आसान भाषा में:
- सुबह शेयर खरीदा (जैसे ₹500 में)
- दोपहर को उसे ₹510 में बेच दिया
- मुनाफा ₹10 प्रति शेयर का हो गया
इसी प्रक्रिया को इन्ट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में अंतर
विशेषता | इंट्राडे ट्रेडिंग | लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट |
---|---|---|
समय अवधि | एक ही दिन | महीने/सालों तक |
उद्देश्य | शॉर्ट टर्म प्रॉफिट | कैपिटल ग्रोथ और डिविडेंड |
रिस्क लेवल | बहुत अधिक | अपेक्षाकृत कम |
टेक्निकल एनालिसिस | जरूरी | कम आवश्यक |
निगरानी | पूरे दिन मार्केट देखना जरूरी | रोज़ाना निगरानी की जरूरत नहीं |
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है?
एक ही दिन के अंदर शेयर बेचना:
चाहे मुनाफा हो या नुकसान, पोजिशन को दिन के अंत तक बंद करना जरूरी होता है।
बाजार खुलने पर अवसर ढूंढना:
ट्रेडर सुबह 9:15 बजे से ही संभावित शेयर पर नजर रखते हैं।
शेयर की खरीद:
जब किसी शेयर में मूवमेंट या ब्रेकआउट आता है, तो उसे खरीदा जाता है।
लक्ष्य और स्टॉप लॉस तय करना:
ट्रेड करने से पहले यह तय किया जाता है कि कहां मुनाफा बुक करना है और कहां नुकसान को सीमित करना है।
मार्केट के उतार-चढ़ाव पर निगरानी:
पूरे दिन शेयर की चाल को बारीकी से मॉनिटर किया जाता है।
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इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जरूरी टूल्स
- Demat और Trading Account –
जैसे Zerodha, Upstox, Angel One आदि में। - चार्टिंग प्लेटफॉर्म –
TradingView, Chartink आदि पर लाइव चार्ट देखें। - टेक्निकल इंडिकेटर्स –
RSI, MACD, Moving Averages, Bollinger Bands इत्यादि। - Fast Internet और Laptop/Mobile –
लाइव मार्केट ट्रैकिंग के लिए जरूरी है। - समाचार स्रोत –
CNBC, Moneycontrol, Economic Times जैसे प्लेटफॉर्म्स से खबरें लें।

इंट्राडे ट्रेडिंग में कैसे कमाएं?
1. मार्केट ट्रेंड की समझ विकसित करें
यदि मार्केट bullish है, तो खरीदारी करें; bearish है, तो बेचने का सोचें।
ट्रेंड के साथ चलना हमेशा सुरक्षित होता है।
2. टेक्निकल एनालिसिस का प्रयोग करें
चार्ट्स और इंडिकेटर की मदद से समझें कि शेयर कब ऊपर जा सकता है और कब नीचे।
3. स्टॉप लॉस लगाएं
अगर शेयर गलत दिशा में चल जाए तो नुकसान सीमित हो जाए, यह सबसे ज़रूरी हिस्सा है।
4. ट्रेडिंग प्लान बनाएं
बिना प्लान के ट्रेडिंग करना जुआ है, हर ट्रेड से पहले रणनीति बनाएं।
5. इमोशन को कंट्रोल करें
डर और लालच से ऊपर उठकर तर्क और अनुभव के आधार पर निर्णय लें।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
तेजी से कमाई का अवसर
सही समय पर सही निर्णय लेने पर कुछ ही घंटों में अच्छा मुनाफा हो सकता है।
पूंजी की कम आवश्यकता
मार्जिन ट्रेडिंग के जरिए कम पैसों में बड़े शेयर खरीदे जा सकते हैं।
दिन के अंत तक पैसे मिल जाते हैं
शेयर होल्ड नहीं करना होता, इसलिए रात भर का कोई जोखिम नहीं होता।
हर दिन नया अवसर
हर दिन नए स्टॉक्स, नए ट्रेंड्स और नए मुनाफे की संभावना।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
बहुत अधिक जोखिम
गलत अनुमान, खराब रणनीति या भावनात्मक निर्णय से बड़ा नुकसान हो सकता है।
ज्यादा तनाव
पूरा दिन मार्केट पर नजर रखने से मानसिक दबाव बढ़ सकता है।
बार-बार लॉस होने पर हतोत्साहित होना
यदि आपको लगातार घाटा हो, तो इससे आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है।
कौन कर सकता है इंट्राडे ट्रेडिंग?
इंट्राडे ट्रेडिंग हर किसी के लिए नहीं है, यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है:
- जिन्हें शेयर बाजार की समझ हो
- जो दिन में 3-4 घंटे समय दे सकते हैं
- जिनमें धैर्य और अनुशासन हो
- जो जोखिम लेने को तैयार हों
- जो लगातार सीखने को तैयार हों
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए महत्वपूर्ण रणनीतियाँ
1. Breakout Strategy
जब कोई शेयर एक निश्चित दायरे से बाहर निकलता है, तो खरीद/बिक्री करें।
2. Reversal Strategy
जहां शेयर ओवरबॉट या ओवरसोल्ड हो, वहां रिवर्सल की संभावना होती है।
3. Gap-up और Gap-down Strategy
मार्केट ओपनिंग पर शेयर की दिशा को समझें और उसी के अनुसार कार्य करें।
4. Scalping
बहुत छोटे-छोटे मूवमेंट पर मुनाफा बुक करना, लेकिन इसके लिए बहुत तेजी से निर्णय लेना होता है।
शुरुआती लोगों के लिए सुझाव
- डेमो अकाउंट पर पहले अभ्यास करें।
- छोटे अमाउंट से शुरुआत करें।
- हर ट्रेड को लिखकर रिकॉर्ड रखें।
- दिन में अधिकतम 1–2 ही ट्रेड करें।
- रात को या छुट्टी के दिन पिछली गलतियों का विश्लेषण करें।
इंट्राडे ट्रेडिंग से जुड़ी सामान्य गलतियाँ
- बिना रिसर्च के ट्रेड करना
- टिप्स पर भरोसा करना
- स्टॉप लॉस नहीं लगाना
- घाटे में ट्रेड को लंबे समय तक पकड़ना
- हर वक्त ट्रेडिंग करना
याद रखें: इंट्राडे ट्रेडिंग में कम ट्रेड करे, लेकिन सही ट्रेड जरूरी है।
टैक्स और रेगुलेशन
इंट्राडे ट्रेडिंग से जो मुनाफा होता है, वह Business Income में गिना जाता है और उसपर इनकम टैक्स देना पड़ता है।
कुछ जरूरी बातें:
- GST applicability कुछ मामलों में हो सकती है
- Profit/Loss की proper accounting रखें
- Tax filing में ‘speculative income’ के रूप में दिखाएं
निष्कर्ष – क्या आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी चाहिए?
इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमाने की पूरी संभावना है, लेकिन इसमें जोखिम भी उच्च होता है, यदि आप हर दिन 2-3 घंटे बाजार को दे सकते हैं, तकनीकी विश्लेषण में रुचि रखते हैं और मानसिक अनुशासन रखते हैं — तो यह आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है।
लेकिन अगर आप सिर्फ भाग्य के सहारे काम करना चाहते हैं, तो यह नुकसानदेह भी हो सकता है।
सही ज्ञान + सही रणनीति + अनुशासन = सफलता
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q.1: क्या इंट्राडे ट्रेडिंग में नुकसान होता है?
हाँ, यदि बिना योजना के ट्रेड करें तो नुकसान बहुत अधिक हो सकता है।
Q.2: क्या छात्र इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं?
अगर वे मार्केट को समझते हैं और समय दे सकते हैं, तो कर सकते हैं – लेकिन पैसे का सही प्रबंधन जरूरी है।
Q.3: इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए न्यूनतम कितना पैसा चाहिए?
आप ₹1000 से भी इसके अंदर शुरुआत कर सकते है।
Q.4: क्या इसमें लगातार मुनाफा हो सकता है?
हां, लेकिन इसके लिए अनुभव, सटीक रणनीति और अनुशासन जरूरी है।
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