सोचते तो बहुत है लेकिन बोल नही पाते

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कम्यूनिकेशन स्किल व्यक्ति के जीवन का वो अहम हिस्सा है, जिससे आप किसी भी व्यक्ति को अपनी तरफ बढ़े ही आसानी से आकर्षित कर सकते हो, जो व्यक्ति कम्यूनिकेशन स्किल के अंदर माहिर है, उस व्यक्ति के साथ हर किसी का संबंध बड़ा ही अच्छा रहता है, क्योंकि वो किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी बातों से इम्प्रेस कर लेगा, उनकी तारीफ करके सामने वाले का मन जीत लेगा आदि, ऐसी काफी क्वालिटी उसके अंदर होती है, जिससे हर कोई उससे बात करना चाहते है, लेकिन इसमे काफी लोग ऐसे भी होते है, जिनकी कम्यूनिकेशन स्किल काफी कमजोर होती है, जो सोचते तो बहुत है लेकिन बोल नही पाते,

जिससे उनका कान्फिडन्स लेवल काफी कम होता है, जो आपके अंदर फियर घबराहट जैसी चीज़े क्रेयट कर देता है, इस तरीके से आप किसी भी व्यक्ति के साथ ना तो बात कर पाएंगे, ओर ना ही आपको सामने वाले व्यक्ति से बात करने का मन करेगा, कम्यूनिकेशन स्किल मे माहिर बनने के लिए आपके अंदर बाकी क्वालिटी हो या ना हो लेकिन आपका कान्फिडन्स लेवल स्ट्रॉंग होना बहुत जरूरी है, जिससे आपको लोगों के साथ अच्छे से बात करने मे मदद मिलेगी,

इसलिए आज हम इस पोस्ट मे इसी टॉपिक के ऊपर बात करने वाले है, की ऐसा क्या करे की जब हम आप काफी लोगों के साथ बेठे हो, ओर हर कोई एक दूसरे से बात कर रहे है, लेकिन इसमे आप भी सोचते तो बहुत है लेकिन बोल नही पाते है, की सामने वाले से बात की शुरूवाट कैसे करे, यह सब कम्यूनिकेशन स्किल का एक पार्ट है, जिसमे कैसे महारत हासिल करे, यही बात हम इस पोस्ट मे जानने वाले है, तो आहिए शुरू करते है।

सोचते तो बहुत है लेकिन बोल नही पाते
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1. अपने डर पर काबू पाए:-

विचार कीजिए की आप एक ऐसे कमरे मे है, जहा पर कई लोग एक दूसरे से बात कर रहे है, ओर आप उनमे से कई लोगों को जानते तक नहीं है, लेकिन आपके मन मे काफी ऐसे सवाल आने लग जाते है, जो आप सोचते है, की इन सवालों को लेकर आप उन लोगों से बातचीत की शुरुवात करे, ओर कुछ बाते आपके मुह तक तो आ रही है, लेकिन वो बाते बहार नहीं निकल रही है,

क्योंकि आपको उस समय यह लगने लग जाता है, की क्या मे बोलू या नहीं, क्या मेरा इस समय बोलना जरूरी है, आपको मन ही मन यह डर लगने लग जाता है, की मेरे बोलने से कुछ गड़बड़ ना हो जाए, इस डर की वजह से आप बोल ही नहीं पाते है, लोगों के अंदर सबसे बड़ा डर यह नहीं है, की क्या बोलना है, क्योंकि बोलना तो सबको आता है, सबसे बड़ी प्रॉब्लम जो आपके अंदर है वो है डर लोगों से बात करने मे डरना किसी लड़की से बात करते वक्त डरना इस डर की वजह से आप किसी भी व्यक्ति से सही तरीके से बात नहीं कर पाते है,

आप कही पर भी चले जाए आपको कुछ लोग ऐसे जरूर मिलगे जिनसे बात करने मे उनके व्यवहार से आपको डर लगने लग जाएगा, लेकिन उन कुछ लोगों की वजह से आप बाकी लोगों को तो नजर अंदाज नहीं कर सकते ना, इन कुछ लोगों के वजह से आप अपना जीवन तो खराब नहीं कर सकते ना, इसलिए अपने डर को दूर भगाए ओर कान्फिडन्स के साथ लोगों से मिलिए, उनसे सही तरीके से बातचित कीजिए, उनके साथ अच्छा खासा रिलेशन बनाए, ओर खुलकर लोगों से बातचित कीजिए।

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2. सामने वाले को अपनी बातों से एंगेज रखे:-

हर एक बात की शुरुवात किसी ना किसी सवाल के साथ होती है, आप सामने वाले से क्या सवाल पूछते है, उसका सामने वाला क्या जवाब देता है, यह बहुत डिपेंड करता है, की वो व्यक्ति आपके साथ बात करेगा या नहीं, क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपके साथ तभी बात करेगा जब आप उनके साथ खुल के बात करेंगे, इसके लिए यह बहुत जरूरी है, की आप उनसे किस प्रकार के सवाल पूछते है,

अगर आप उनसे ऐसे सवाल पूछते है, जिसका जवाब केवल हा या ना मे देना हो तो वहा पर आपकी बातचित शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगी, इससे ना तो आप सामने वाले को एंगेज कर पाएंगे ओर ना ही सामने वाले के बारे मे जान पाएंगे, इसलिए जब कभी भी किसी से जब आप बात करे तब आप सामने वाले को ऐसे सवाल पूछे जिसका जवाब वो खुल के दे सके जिससे सामने वाले को ज्यादा बोलने का मोका मिले, क्योंकि हर व्यक्ति को बोलना बहुत पसंद है, ओर सब चाहते है,

की कोई व्यक्ति ऐसा भी हो जो उनको बात करने का मोका दे, जब आप सामने वाले से सवाल पूछते है, जिसका जवाब देने के लिए उसको ज्यादा बोलने का मोका मिले तो व्यक्ति आपको डीटेल से उस बारे मे बताएगा, ओर आप बस उनकी बात को ध्यानपूर्वक सुने ओर बीच-बीच थोड़ा-थोड़ा उनकी बातों मे रिएक्शन देते रहे, ऐसा करने पर सामने वाला व्यक्ति अपने आप आपकी तरफ एंगेज होने लग जाएगा।

3. अपना पूरा ध्यान बातचित मे रखे:-

ऐसा आपने काफी बार नोटिस कीया होगा, जब आप किसी महत्वपुर्ण बातचित मे गए है, जहा पर काफी लोग होते है, जो उस बातचित मे शामिल हुए है, ओर आप भी वहा पर उपलब्ध है, लेकिन आपका ध्यान पूरी तरीके से उस चर्चा मे नहीं है, आप बार-बार कभी अपने मोबाईल मे ध्यान दे रहे है, कभी अपने आस-पास ध्यान दे रहे है,

जिससे ना तो आप उस चर्चा मे सही तरीके शामिल हो पाते है, ओर ना ही यह समझ पाते है, की वो लोग आपस मे क्या बात कर रहे है, इससे ना सिर्फ आप अपना ध्यान भंग करते है, बल्कि इससे उस बातचित मे सबका ध्यान भी भंग हो जाता है, जो उस पूरी महत्वपुर्ण बातचित को खराब कर देता है, ऐसा आपके साथ ना हो इसलिए आप जब कभी भी किसी महत्वपुर्ण चर्चा मे जब जाए, तब वहा पर जाना ही आपका काम नहीं होता है,

बल्कि उस चर्चा मे अपने आप को पूरी तरीके वहा पर उपलब्ध करवाना होता है, इसलिए अपना मोबाईल साइड मे रखे, ओर इधर-उधर ध्यान देने के बजाए, अपना पूरा ध्यान उस चर्चा मे रखे, जिससे आप यह अच्छे से समझ पाए की उस चर्चा मे किस तरीके की बात चल रही है, जिससे आपको भी अपनी बात उस चर्चा मे रखने का मोका मिले, लेकिन यह तभी हो पाएगा, जब आपका पूरा ध्यान उस चर्चा मे होगा।

समापन:-

आज हमने इस पोस्ट मे कुछ पॉइंट्स के माध्यम से यह अच्छे से समझा की जब आप किसी से बात करने से पहले सोचते तो बहुत है लेकिन बोल नही पाते है, ऐसा आपके साथ क्यू होता है, ओर आप अपनी कम्यूनिकेशन स्किल के ऊपर कैसे महारत हासिल करेंगे, इन सारी बातों के बारे मे हमने इस पोस्ट मे बातचित की है, इसलिए अच्छे से इस पोस्ट के हर एक पॉइंट्स को पढिए, जिससे आप इन तरीकों को अपने जीवन मे उतार सके, बाकी अगर आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके मन मे किसी भी प्रकार का कोई भी सुझाव आता है, तो उसे कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से जरूर शेयर करे।

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